Blood Donation Myths – रक्तदान से जुड़े 10 मिथकों का सच हर किसी को पता होना चाहिए

Blood Donation Myths In Hindi – आपके द्वारा किया गया रक्तदान किसी को नया जीवन दे सकता है। रक्तदान को सबसे बड़ा पुण्य और दान माना जाता है, इसलिए रक्तदान महादान माना जाता है।

लेकिन अफ़सोस की बात ये है, की आज के समय में भी रक्तदान को लेकर लोगों के बीच तरह-तरह की अफ़वाहें फैली हुई हैं. कोई कहता है कि रक्तदान करने से शरीर में ख़ून की कमी हो जाती है. वहीं, कुछ ये भी कहते हैं, महिलाएं रक्तदान नहीं कर सकती हैं।

इनसे अलावा भी अलग अलग और भी कई प्रकार की भ्रांतियां रक्तदान से जुड़ी हुई हैं, जिसके चलते कई लोग चाहकर भी रक्तदान नहीं कर पाते हैं।

Blood Donation Myths

आज के लेख Blood Donation Myths में हम रक्तदान से हमारे समाज में फैली उन कुछ भ्रांतियों या मिथकों के बारे में बताने वाले है, इसलिए, आज के हमारे लेख को शुरू से लेकर अंत तक ज़रूर पढ़ें।

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Blood Donation Myths 1#- रक्तदान करने में लंबा समय लगता है ?

शुरू से अंत तक की पूरी रक्तदान प्रक्रिया में केवल एक घंटे का समय लगता है और इसमें तीन आसान चरण शामिल होते हैं: पंजीकरण, एक स्वास्थ्य जांच और रक्तदान।

पंजीकरण करने और आपके स्वास्थ्य इतिहास के बारे में कुछ सवालों के जवाब देने के बाद, डॉक्टरों के स्टाफ का एक सदस्य आपके तापमान, नाड़ी, रक्तचाप और हीमोग्लोबिन की जांच करेगा। जिसमें केवल 8 से 10 मिनट लगते हैं, जिसके बाद आप जाने से पहले पेय और नाश्ते के साथ कुछ मिनटों के लिए आराम करेंगे।

Blood Donation Myths #2- रक्तदान करने से दर्द होगा ?

केवल एक पल के लिए, केवल छोटा सा। आप सुई की पहली चुभन को महसूस करेंगे, लेकिन उसके बाद आपको कोई दर्द महसूस नहीं होगा। बहुत बार रक्तदान करने वाले लोगों ने बताया की वह अब इस रक्तदान के इतने अभ्यस्त हो गए हैं, कि उन्हें अब सुई की चुभन का अहसास ही नहीं होता।

Blood Donation Myths #3- मेरे पास एक टैटू है, इसलिए मैं रक्त नहीं दे सकता ?

अगर आपके शरीर पर टैटू हैं, तो आप 6 महीने या कहीं जगह 1 साल तक अपना ब्लड डोनेट नहीं करने के लिए कह सकते है इसलिए ऐसी स्थिति में आपको रक्तदान करने के लगभग साल भर का इंतजार करना पड़ सकता है।

अगर आपने अपने अंग छिदवाएं रखें है, तो अपना अंग छिदवाने के 12 घंटो बाद आप रक्तदान कर सकते हैं।

Blood Donation Myths #4- मेरे रक्त एक दुर्लभ प्रकार का नहीं है, इसलिए मेरे रक्तदान की वास्तव में आवश्यकता नहीं है ?

कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपका रक्त का क्या प्रकार है, बल्कि आपका रक्त आवश्यक और मूल्यवान है। देश और दुनिया में हर एक सेकंड किसी न किसी को रक्त की आवश्यकता होती है। इसलिए जीवन बचाने के लिए हर एक ब्लड ग्रुप महत्वपूर्ण है।

Blood Donation Myths #5- मैं रक्तदान करने के लिए बहुत बूढ़ा हूँ ?

रक्तदान करने की कोई अधिकतम आयु सीमा नहीं है। आप 17-18 साल की उम्र से रक्तदान कर सकते हैं। और फिर जब तक आप रक्तदान के लिए पात्र हैं, तब तक आप अपने शेष जीवन तक रक्तदान कर सकते हैं।

Blood Donation Myths #6- मैं दवा ले रहा हूं, इसलिए मैं रक्तदान नहीं कर सकता ?

आपके द्वारा ली जानी वाली प्रत्येक दवाई आपको रक्तदान के रूप में अयोग्य नहीं ठहराएंगी। हां कुछ दवाइयां आपको रक्तदान के लिए आपको अयोग्य घोषित करा सकती है, लेकिन यदि स्थिति नियंत्रण में है और आप स्वस्थ हैं, तो आमतौर पर आपको रक्तदान की अनुमति दे दी जायेगी।

Blood Donation Myths #7- मुझे उच्च रक्तचाप है, इसलिए मेरे लिए रक्तदान करना बहुत खतरनाक है।

जब आप रक्त दान करने के लिए आते हैं, तो रक्तदान स्टाफ द्वारा रक्तदान करने से पहले किए गए मिनी स्वास्थ्य मूल्यांकन के हिस्से के रूप में आपके रक्तचाप की जांच करेगा। अगर आपका रक्तचाप उच्च या कम होगा तो आपको रक्तचाप के लिए अयोग्य ठहरा दिया जायेगा।

Blood Donation Myths #8- में पतला-दुबला हूं इसलिए रक्तदान नहीं कर सकता ?

ये सच नहीं है। पतले – दुबले लोग भी रक्तदान कर सकते हैं। लेकिन इतना जरूर है, कि यदि वह रक्तदान करना चाहते हैं, तो उनका न्यूनतम वजन 50 Kg होना चाहिए।

रक्तदान का शरीर की बनावट से कोई लेना देना नहीं है। आपने यह भी सुना होगा कि कई मोटे लोगों को भी रक्तदान के लिए अयोग्य ठहरा दिए जाता हैं |

Blood Donation Myths #9- रक्तदान से खून की कमी हो जायेगी ?

यह एक भ्रम है, आमतौर पर एक स्वस्थ वयस्क इंसान के शरीर में 5 लीटर खून होता है। रक्तदान के दौरान लगभग 450 मिलीलीटर रक्त निकाला जाता है।

एक स्वस्थ वयस्क इंसान में 24-48 घंटे के अंदर रक्तदान में दिया गया के खून वापस बन जाता है। एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में पुरुष 3 महीने में एक बार और महिलाएं 4 महीने में एक बार रक्तदान कर सकते हैं।

Blood Donation Myths #10- शाकाहारी लोग का रक्तदान नहीं कर सकते है ?

कई लोगों का मानना है, कि शाकाहारी लोग रक्तदान नहीं कर सकते हैं, यह गलत है। हां ऐसे कई लोग जिनमें आयरन की कमी है, उन्हें रक्तदान के लिए मना कर दिया जाता है।

आयरन रक्त का प्रमुख घटक है, अगर आप संतुलित भोजन खा रहे हैं तो आपके शरीर में जरूरत भर आयरन की पूर्ति हो जाती है। कई बार रक्तदान से पहले हीमोग्लोबिन की जांच करते हैं। शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा कम मिलने पर ही रक्तदान करने वालो को मना किया जाता है।

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