History of Marwa Village (Marwa Fort) – मरवा गांव का इतिहास

नमस्कार दोस्तों, आज के लेख में हम जानने वाले है, राजस्थान के जयपुर जिले के दूदू तहसील के एक मरवा गांव के बारे में, क्यों खास है ये गांव और क्या इतिहास रहा हैं मरवा गांव का जानेंगे विस्तार से – History of Marwa Village (Marwa Fort) – आइए जानते है मरवा गांव के इतिहास के बारे में…!

मरवा गांव का इतिहास (History of Marwa Village)

मरवा गांव राजस्थान के रजवाड़ों में रियासत काल से ही चर्चित रहा। गांव के बुजुर्ग लोग बताते हैं कि सन् 1812 में जोधपुर के राजा मान सिंह व जयपुर के राजा जगत सिंह के मध्य मेवाड़ कि राजकुमारी कृष्णा कुमारी के विवाह को लेकर भयंकर युद्ध छिड़ा था।

जयपुर राजा जगत सिंह ने एक लाख सेनाओं के साथ जोधपुर किले का घेराव किया परन्तु वह किले पर अधिकार करने में असफल रहा।

युद्ध की समाप्ति : मैत्री संधि & विवाह- युद्ध की समाप्ति के लिए मेवाड़ के महाराणा ने राजकुमारी कृष्णा कुमारी को जहर दे दिया, इससे युद्ध समाप्त हुआ और दोनों राजाओं के मध्य मैत्री संधि हुई।

संधि का पालन करने के लिए जयपुर राजा जगत सिंह अपनी एक लाख सेना के साथ मरवा किले में व जोधपुर राजा मान सिंह अपनी सेना के साथ रूपनगढ़ (किशनगढ़) किले में ठहरे। फिर मरवा किले (Marwa Fort) में जोधपुर राजा मानसिंह का विवाह जगत सिंह की बहन के साथ हुआ।

मरवा फोर्ट का इतिहास (Marwa Fort History)

भाव सिंह के छोटे भाई जसवंत सिंह ने मरवा किले (Marwa fort) की नींव रखी थी। सवाई माधोपुर के खंडार किले की रक्षा में भाव सिंह ने अपने प्राण गवा दिए इनकी वीरता से खुश होकर जयपुर राजा जगतसिंह ने मरवा गांव व उसके सीमांत क्षेत्रों के 9 गांवो की जागीर उपहार स्वरूप दी थी।

आजादी के बाद ठाकुर रघुवीर सिंह ने मरवा गांव में जल, विद्युत आपूर्ति ,टेलीफोन ,डाकघर , बैंक आदि की सुविधाएं उपलब्ध करवाई। शुरुआत से ही गांव के लोगो के लिए खेती & पशुपालन रोजगार का एक प्रमुख साधन थी जो की अधिकांश लोगों के लिए आज भी है।

संक्षिप्त परिचय मरवा गांव

गांव का नाममरवा
गांव का पूरा पताVillage Post Marwa Vaya Naraina Tahsil- Dudu District-Jaipur Rajasthan, Pin Code 303348
टेलीफोन कोड01428
भाषाहिंदी & राजस्थानी
District Code110
Sub District NameMauzamabad
Sub District Code00543
Village Code079705
विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रदूदू
वर्तमान में विधायकबबूलाल नागर
लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रअजमेर
वर्तमान में सांसदभागीरथ चौधरी
ग्राम सरपंचमरवा
गांव का सरपंचसुखा राम गुर्जर

मरवा गांव की जनसंख्या

वर्तमान में मरवा गांव राजस्थान राज्य के जयपुर जिले के दूदू तहसील का एक गाँव है। मरवा गांव जयपुर डिवीजन के अंतर्गत आता है, यह जयपुर से पश्चिम की ओर 92किलोमीटर कि दूरी पर स्थित है।

मरवा गांव का कुल भौगोलिक क्षेत्रफल लगभग 1126.18 हेक्टेयर है। 2011 की जनगणना अनुसार गांव की आबादी 2331 लोगों की थी, जिसमें 1178 पुरुष व 1153 महिलाएं शामिल थीं।

Whatsapp Channel
Telegram channel
Marwa ganw population

वर्तमान में मरवा गांव की कुल जनसंख्या लगभग 2727 लोगो कि है वहीं गांव में करीब 454 घर है।

Gram Panchayat Marwa jansankhya

ग्राम पंचायत मरवा (Gram Panchayat Marwa)

मरवा गांव एक ग्राम पंचायत है जिसमें मरवा, मोरडा, आदरवा, ओर पानवा गांव शामिल है। मरवा ग्राम पंचायत में लगभग 6775 लोग रहते है, अतः पंचायत को 13 वार्डों में बांटा गया है।ग्राम पंचायत मरवा में लगभग 4861 वयस्क लोग हैं, जिन्हें मतदान का अधिकार है।

मरवा गांव की जनसंख्या

गांव का गांववार्ड नंबर
आदरवा1 , 12 , 13
मरवा2 , 7 , 8 , 9, 10 , 11
पानवा3
मोरडा4 , 5 , 6

गांव का सरकारी स्कूल

शिक्षा के लिए मरवा गांव में एक गवर्नमेंट हाई सेकंडरी स्कूल, एक गवर्नमेंट गर्ल्स अपर प्राइमरी स्कूलप्राइवेट प्राइमरी स्कूल उपलब्ध है। कॉलेज की पढ़ाई के लिए मरवा गांव के लगभग सभी छात्र किशनगढ़ कॉलेज (Ratanlal Kanwarlal Patni Government College) या सांभर कॉलेज में जाते हैं।

कृषि के क्षेत्र मे

ज्वार , बाजरा , गेहूंं, जौ, चना , मूंग ओर ग्वार इस गाँव की प्रमुख फसलें है। अधिकांश लोगो द्वारा यही फसलें बोई जाती हैै। कृषि सिंचाई के लिए बिजली की आपूर्ति लगभग 7 घण्टे तक उपलब्ध रहती है । व कृषि सिंचाई के लिए मुख्य स्रोत ट्यूबवेल ओर कुएं हैं मरवा गांव में एक वाणिज्यक बैंक और एक एग्रीकल्चर क्रेडिट सोसाइटी भी उपलब्ध हैं। लेकिन वर्तमान में एटीएम की सुविधा इस गांव में उपलब्ध नहीं है।

स्वच्छता और पीने का पानी

गांव के प्रत्येक घर को नल से जोड़ा गया है। ताकि पीने के पानी कि सप्लाई की जा सके। सार्वजनिक स्थानों पर पीने के पानी के लिए प्याऊ या हेड पंप की सुविधा उपलब्ध है।

आपको मरवा गांव में मुख्य स्थानों पर पक्की सड़के मिल जाएगी लेकिन नालीयो की सुविधा आपको थोड़ी अस्त व्यस्त देखने को मिलेगी । आपको मरवा गांव में 99 प्रतिशत पक्के मकान व लगभग 90 प्रतिशत घरों में शौचालय बने हुए है।

History of Marwa Village

मरवा गांव की अन्य सुविधाएं

मरवा गांव का एक मुख्य बाजार है जहां आपको दैनिक जीवन में काम आने वाली प्रत्येक वस्तु मिल जायेगी इसके साथ साथ ही इलेक्ट्रॉनिक व कृषि संबंधित दुकानें भी उपलब्ध है।

  • प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र
  • मेडिकल स्टोर & मेडिकल क्लिक
  • पशु चिकित्सालय
  • पंचायत भवन
  • आंगडवादी केंद्र
  • बैंकिंग सुविधाएं
  • E-Mitra सेवा
  • विद्युत आपूर्ति पावर हाउस
  • जयपुर और अजमेर जिले से सड़क की कनेक्टिविटी

परिवहन कनेक्शन

मरवा गांव से सार्वजनिक ओर निजी दोनों बस सेवाएं का संचालन होता है। मरवा बस स्टॉप (तेजाजी धाम) से जयपुर & अजमेर जिले की सड़के कनेक्ट है। मरवा गांव से उपलब्ध बस सेवा रूट जो की इस प्रकार हैं।

History of Marwa Village मरवा गांव bus stop
मरवा गांव का बस स्टॉप
  • मोरडा > मंमणा > नरैना > सावरदा > मोखमपुरा > महलां > बगरू > जयपुर ।
  • आदरवा > जावली > सीतारामपुरा > नांगल > हबस्पुरा > सांभर > फुलेरा > जोबनेर > कालवाड़ > जयपुर ।
  • रूपनगढ़ > परबतसर > नागौर ।

Railway & Airport Connect मरवा गांव

रेलवे कनेक्शन मरवा गांव से 15 किलोमीटर तक नहीं है। सबसे नजदीक रेलवे स्टेशन की दूरी है – साली का 15 Km । गहलोता का 20 Km । नरैना का 26 Km और किशनगढ़ का 38 Km की दूरी पर है & Airport : जयपुर इंटरनेशल एयरपोर्ट 96 km ओर किशनगढ़ एयरपोर्ट 39 km की दूरी पर है।

निकटतम पर्यटक स्थल मरवा गांव से ( tourist Place Marwa village )

नामस्थानमरवा गांव से दूरी
मरवा फोर्टमरवा0 km
काली मां दरबारआदरवा4 km
काला गोरा भेरू धामदेमंड 7 km
तेजाजी महाराज मन्दिरसुरसुरा16 km
शाकंभरी माता मन्दिरसांभर झील22 km
बाबा रामदेव मन्दिरखुंडियास33 km
किनसरिया माता जीपरबतसर35 km
ज्वाला माता मन्दिरजोबनेर60 km
पुष्करअजमेर65 km
जयपुरजयपुर90 km

Tample Marwa Ganw 

गांव की अधिकांश जनसंख्या किसान होने के कारण लोगो का अनेक देवी देवताओं में अटूट विश्वास है। गांव में भजन कीर्तन के कार्यक्रम भी होते रहते हैं। गांव में तेजाजी का मेला & गणगौर की सवारी देखने लायक है: मरवा गांव में स्थित मंदिर –

  • बालाजी का मंदिर
  • ठाकुर जी का मंदिर
  • रघुनाथ जी का मन्दिर
  • देवनारायण जी का मंदिर
  • तेजा जी मंदिर
  • रामदेव जी का मंदिर
  • करनी माता मंदिर
  • शीतला माता मंदिर
  • गंगा माई मंदिर
  • जैन मंदिर

Hotel & Restaurant : Marwa fort

मरवा गांव के बीच में एक प्राचीन किला है, जो की Marwa Fort के नाम सेे प्रसिद्ध हैं। किले के चारों ओर गांव बसा हुआ है, इसलिए किले से गांव का नजारा देखने लायक होता हैं। यहां के लोगो का कहना है कि गढ़ (किला) के कारण ही मरवा गांव को “गढ़ वाला गांव” के नाम से जाना जाता था। आज भी मरवा गांव के आसपास के गांवो केे कई वृद्ध लोग इस गांव को “गढ़ वाले गांव” के नाम से ही बुलाते हैं। (वर्तमान समय में मरवा किले में होटल सुविधा भी उपलब्ध है)

History of Marwa Village
गढ़ से गांव का नजारा

मरवा फोर्ट होटल & मरवा गांव होटल (Marwa Fort Hotel)

  • फ्री पार्किंग & सुरक्षित पार्किंग
  • वातानुकूलन कक्ष व धूम्रपान निषेध कमरे
  • बोतलबंद जल
  • Restaurant
  • Housekeeping
  • Laundry service
  • दैनिक नौकरानी
  • कार किराए पर
  • तीर्थ स्थल
  • सन टैरेस

सियाराम हाईवे होटल (प्रीति होटल)

यह होटल आपको मरवा गांव से थोड़ी दूर रूपनगढ़ रोड़ पर मिलेगा। ये होटल आपको 24 घण्टे खुला मिलेगा।

Marwa Fort Tourist Place

एक गाने की शूटिंग मरवा फोर्ट में की गई जिसे साल 2020 में जारी किया गया इस गाने का नाम – Taake Naina इसे अंकित तिवारी & ज्योतिका तांगड़ी द्वारा गाया गया।

गाना देखने के लिए क्लिक करें – https://youtu.be/iGyaPm5Ak2w

मरवा किले का भ्रमण करता एक टूरिस्ट का व्लॉग देखने के लिए आगे दिए गए लिंक पर क्लिक करें – https://youtu.be/gPtGwNWErEs

“Mokal Mutten Boti” वह “बिना पानी के बनी रोटी” इस क्षेत्र की एक प्रसिद्ध रेसिपी थी अगर आप इसे देखना चाहते हैं की यह कैसे बनाई जाती है तो नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करे – Link 1 & Link 2

देखिए मरवा गांव की कुछ शानदार तस्वीरें (Marwa Fort Photo)

मरवा गांव
मरवा गांव ( ड्रोन से ली गई एक तस्वीर )

Fort of marwa

Marwa fort

मरवा गांव

Marwa fort photo

Marwa fort temple

Marwa fort

Marwa fort

Marwa kila

1 thought on “History of Marwa Village (Marwa Fort) – मरवा गांव का इतिहास”

Leave a Reply

error: Content is protected !!