नमस्कार दोस्तों आज के लेख ने हम बात करने वाले है Lawn Bowls Game के बारे में। यह खेल अभी भारतीयों के बीच चर्चा में है आज भले ही देश भर के खेल प्रेमी लॉन बॉल्स के बारे में बात कर रहे हों, लेकिन अधिकतर भारतीय इस गेम से परिचित नही है।
अगर हम सरल भाषा में समझाएं तो आप इस खेल को हमारे गांव व कस्बों में खेले जाने वाले कंचे का Updated Version कह सकते है। खास बात ये भी है कि यह खेल भारतीय क्रिकेट के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के पसंदीदा खेलों में शामिल है। तो आइए दोस्तों जानते हैं इस खेल के बारे में विस्तार से की यह खेल क्यों भारतीय के बीच क्यों चर्चा में बना हुआ है।
Telegram channel | Join |

लॉन बॉल्स गेम चर्चा में क्यों है
यह खेल चर्चा में इसलिए बना है की कॉमनवेल्थ गेम्स के 92 साल के इतिहास में भारतीय लॉन बॉल्स महिला टीम पहली बार फाइनल में पहुंची है। भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड जैसी मजबूत टीम को 16-13 से हराया। इस खेल में भारतीय खिलाड़ी लवली चौबे, पिंकी, नयनमोनी सैकिया और रूपा रानी टिर्की ने अपना शानदार प्रदर्शन दिखाया।
कुछ खिलाड़ियों ने तो सावन का सोमवार व्रत भी रखा था। मैच के बाद खिलाड़ियों ने कहा कि भोले बाबा की कृपा से ही हम फाइनल में पहुंचने में सफल रह हैं भारतीय टीम चौथी बार इस खेल में भाग ले रही हैं।
पहली बार टीम ने 2010 में दिल्ली में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में हिस्सा लिया था। तब उसने सेमीफाइनल तक का सफर तय किया था। लेकिन इस बार फाइनल मे पहुंचीं ओर पदक भी जीता।
अब भारतीय महिला Lawn Bowls Games के फाइनल में इंडिया ने साउथ अफ्रीका को 17-10 से हराकर Gold Medal अपने नाम कर लिया है।
आपको बता दें कि कॉमनवेल्थ खेल में लॉन बॉल की एंट्री 1930 में हुई थी, तब से लेकर अब तक भारत ने इसमें एक भी पदक नहीं जीत पाई हैं। लेकिन अब भारत की बेटियों ने ये पदक का सूखा खत्म कर दिया है।
लॉन बॉल खेल में सबसे ज्यादा पदक जीतने का रिकॉर्ड स्कॉटलैंड के नाम है। जिसने अभी तक उसने 20 गोल्ड पदक जीते हैं, जबकि इंग्लैंड भी 20 ही गोल्ड पदक जीत चुका है।
भारत आज तक लॉन बॉल खेल में कोई पदक नहीं जीत सका है। Cwg 2022 में यह पहला मौका था जब भारत Gold मेडल जितने में कामयाब रहा है।
भारतीयों के लिए इस बड़ी उपलब्धि पर Sports Authority of India की ओर से भी ट्वीट किया गया। उन्होंने ने लिखा कि भारत ने बर्मिंघम में इतिहास रच दिया है, भारत की लॉन बॉल महिला टीम ने इतिहास रचते हुए फाइनल में जगह बनाई पदक जीता। ऐसा करने वाली यह पहली भारतीय टीम है।
भारत ने सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड को 16-13 से मात दी है। ओर अब फाइनल में साउथ अफ्रीका को 17-10 से हराया।
लॉन बॉल्स का इतिहास क्या है ?
Lawn Bowls Game History in Hindi : लॉन बॉल्स सन् 1930 में अपने उद्घाटन के बाद से ही Commonwealth Games का हिस्सा है। इंग्लैंड कुल 51 पदक, ऑस्ट्रेलिया कुल 50, और दक्षिण अफ्रीका कुल 44 पदक जीतकर राष्ट्रमंडल खेलों में लॉन बॉल्स खेल के इतिहास में सबसे प्रभावशाली राष्ट्र रहे हैं। भारत ने भी इस खेल में अपना पहला पदक जीत लिया है।
कैसे खेला जाता है – Lawn Bowls Game
Lawn Bowls Game Play : 2 टीमों के बीच toss होता है और टॉस जीतने वाली टीम का खिलाड़ी Jack को रोल कर इसे दूसरे छोर के पास रोल करता है यही Jack का Targat Point हो जाता है। इसके अलावा इस खेल में अलग-अलग रंगों की गेंदें होती हैं जो खिलाड़ी रोल करते हुए फेंकते हैं ताकि वो Jack के ज्यादा से ज्यादा नजदीक पहुंच सके।
यह खेल जीतने के लिए खिलाड़ी या टीम का यहीं प्रयास रहता है कि उनकी एक या उससे अधिक Balls दूसरी टीम की Balls के मुकाबले Jack के पास जाएं।
खेल में जिस Team की जितनी गेंद दूसरी टीम की सबसे नजदीक गेंद के मुकाबले Jack के ज्यादा पास होती है उसे Round में उतने अंक मिलते हैं.।
आप इस खेल को ऐसे समझ सकते है : मान लीजिए Team A की एक गेंद Jack से 100 Centimeter दूर है और ये 6 प्रयासों में टीम की Jack के पास सबसे नजदीक गेंद है।
अब अगर Team-B की 2 गेदें Jack से सिर्फ 90 Centimeter दूर रोल होकर गई हैं, तो Team-B को राउंड के अंत में 2 प्वाइंट मिलेंगे।
हर राउंड में हर Team के पास 6 प्रयास रहते हैं। कोई खिलाड़ी चाहें तो अपनी गेंद से दूसरे टीम की गेंद को मारकर उसे Jack से दूर भी ले जा सकते है। jack से हर गेंद की दूरी Round के अंत में नापी जाती है।
सिंगल्स में 21 Point तक जो पहले पहुंचता है वो जीतता है जबकि बाकि Formet में 18 एंड ऑफ थ्रो में जिसके ज्यादा Point हुए वह टीम जीतती है।
इस खेल की गेंदे गोलाकार गेंद जैसी चीज होती हैं जो Side से चपटी होती है और इसमें वजन होता है। अधिकांशतः इसका वजन 1.5 kg होता है. Jack और शुरुआती बिंदु के बीच की दूरी मैच की शुरुआत में ही निर्धारित कर दी जाती है।
यह वीडियो देखिए कुछ इस प्रकार खेला जाता हैं Lawn Bowls Game – क्लिक करें