Tomato Flu Kya Hai : जानिए टोमैटो फ्लू के कारण, लक्षण ओर उपचार

Tomato Flu Kya Hai : पूरी दुनिया में अभी कोरोना वायरस का असर पूरी तरह खत्म हुआ भी नही कि लोगों को एक नई बीमारी का डर सताने लगा है. जिसका नाम हैं Tomato Flu | टोमैटो फ्लू इस बीमारी ने लोगों की नींद उड़ा रखी है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अभी तक भारत में टोमैटो फ्लू के 100 से ज्यादा मरीज सामने आ चुके हैं। तो क्या अब भारत को एक नई बीमारी का सामना करना होगा।

तो आइए दोस्तों जानते हैं इससे पहले टोमैटो फ्लू बीमारी के बारें की टोमैटो फ्लू बीमारी क्या है : Tomato flu kya hai इसके कारण, लक्षण ओर उपचार के बारें में व इस बीमारी की शुरुआत कहा से शुरू हुई थी।

Tomato Flu Kya Hai

Tomato flu kya hai | टोमैटो फ्लू क्या है ?

टोमैटो फ्लू एक वायरल इन्फेक्शन है इस संक्रमण को ‘टोमैटो फ्लू’ नाम दिया गया है, क्योंकि इससे रोगी को बुखार के साथ थकान व शरीर पर लाल दाने / फफोले आ जाते हैं, जो की धीरे-धीरे बढ़कर सामान्यतः एक टमाटर के आकार के हो जाते हैं, व इससे ग्रसित व्यक्ति को अत्याधिक पीड़ा होती है।

टोमैटो फ्लू बीमारी से अभी तक पाँच वर्ष से कम उम्र के बच्चों को संक्रमित होने की घटना दर्ज की गई है।

टोमैटो फ्लू को अत्याधिक संक्रामक बताया जा रहा है और बच्चों द्वारा टोमैटो फ्लू के संपर्क में आने का खतरा बढ़ जाता है क्योंकि इस आयु वर्ग में बच्चों में वायरल संक्रमण सामान्य होते है लेकीन बताया जा रहा है की यदि बच्चों में Tomato flu के प्रकोप को नियंत्रित नहीं किया गया, तो यह बीमारी वयस्कों में भी यह फैल सकती है।

• बताया जाता है की Tomato flu कॉक्ससैकीवायरस A16 वायरस के कारण होता है।

• यह एंटरोवायरस फैमिली से संबंधित है।

टोमैटो फ्लू के लक्षण क्या है ?

टोमैटो फ्लू के कारण बच्चों में देखे जाने वाले प्राथमिक लक्षण चिकनगुनिया के समान हैं, जिसमें तेज़ बुखार, चकत्ते और जोड़ों में तेज़ दर्द शामिल हैं।

अन्य वायरस संक्रमणों की तरह इसमें थकान, उल्टी, दस्त, निर्जलीकरण, जोड़ों की सूजन, शरीर में दर्द और सामान्य इन्फ्लूएंजा जैसे लक्षण देखे गए हैं, ऐसे लक्षण डेंगू में भी पाये जाते हैं।

टोमैटो फ्लू के उपचार क्या है ?

यह फ्लू स्वयं को सीमित करने वाला बताया जाता है, इसलिए इसके लिये कोई विशिष्ट दवा नहीं है।

टोमैटो फ्लू का इलाज चिकनगुनिया, डेंगू, हैण्ड, फुट एंड माउथ के रोग के इलाज के समान ही है।

मरीजों को सलाह दी जाती है कि जलन और चकत्ते को फोड़े नही, वे आइसोलेट रहें, आराम करें, तरल पदार्थों का सेवन करें व गर्म पानी का स्पंज लें।

बताया जाता है कि मंकीपॉक्स बीमारी से टोमैटो फ्लू काफी अलग है व कम खतरनाक भी। इसलिए यह बीमारी आराम करने व बुखार की दवा लेने से ही 7 से 8 दिन में ठीक हो जाती है।

कई अन्य एक्सपर्ट्स का यह भी मानना है कि यह कोई नई बीमारी नहीं है, बस इस बीमारी को Tomato flu एक नया नाम दिया गया है।

टोमैटो फ्लू बीमारी की शुरुआत भारत में कहां से हुई ?

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार Tomato Flu का पहला मामला भारत में 6 मई को केरल के कोल्लम में मिला था व अब तक इस बीमारी ने लगभग 100 से भी ज्यादा बच्चों को अपनी चपेट में ले लिया है। केरल राज्य के अलावा टोमैटो फ्लू तमिलनाडु, कर्नाटक व ओडिशा में भी टोमैटो फ्लू से ग्रस्त बच्चे मिले हैं। व आमतौर पर इस बीमारी से स्कूल जाने वाले बच्चें ग्रस्त है।

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इस बीमारी का नाम ‘टोमैटो फ्लू’ क्यों रखा गया ?

इस बीमारी का नाम टोमैटो फ्लू रखने का कारण बताया जाता है की इसके मुख्य लक्षण यानी की शरीर के कई हिस्सों पर टमाटर के आकार के लाल दाने / छाले पड़ जाते हैं, यह धीरे धीरे बढ़कर एक टमाटर के आकार ले लेता है। इसी कारण इसका नाम टमाटर फ्लू दिया गया है।

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