Twin Tower Noida Demolition : जानिए क्यों ओर कैसे गिराया गया नोएडा ट्विन टावर

Twin Tower Noida Demolition Reason in Hindi : आज रविवार दोपहर 2:30 बजे नोएडा में बने सुपरटेक लिमिटेड कंपनी के अवैध ट्विन टावर को गिरा दिया गया। सौ मीटर से अधिक ऊंचाई वाले दोनों टावर गिरने में मात्र 8 से 9 सेकेंड का समय लगा। आज सुबह से ही टावर के आस पास की सोसाइटी में रहने वाले लगभग 7 हजार लोगों को ट्विन टावर गिराए जाने के बाद होने वाले Explosion Zone से हटा दिया गया था।

वह आज ट्विन टावर के आस पास पुलिस जवान नजर आ रहे थे। आइए दोस्तों जानते है की कैसे गिराया गया Twin Towers ओर इसे क्यों गिराया गया था।

ट्विन टावर क्यों गिराया गया ?

Twin Tower Noida Demolition : नोएडा के सेक्टर 93 ए में बने ट्विन टावर को अवैध निर्माण के तहत गिराया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स अनुसार साल 2004 में नोएडा अथॉरिटी ने सुपरटेक को हाउसिंग सोसाइटी बनाने के लिए Plot Allot किया था। साल 2005 में बिल्डिंग प्लान मंजूर हुआ था। इसमें 10 मंजिल के 14 टावर बनाने की इजाजत दे दी गई थी।

साल 2006 में सुपरटेक लिमिटेड ने प्लान में बदलाव कर 11 मंजिल के 15 टावर बना लिए थे। फिर साल 2009 में इस प्लान में फिर से बदलाव कर 24 मंजिल के दो टावर शामिल कर लिए गए। व फिर मार्च 2012 में 24 मंजिल को बढ़ाकर 40 कर लिया गया। जब तक इस अवैध कार्य पर रोक लगी, तब तक इनमें 633 फ्लैट बुक किए जा चूके थे।

Twin Tower Noida Demolition

तब फिर ट्विन टावर को गिराने के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल करा दी गई। सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने 11 अप्रैल 2014 दोनो टावरों को गिराने का आदेश दे दिए थे। सुप्रीम कोर्ट ने भी हाईकोर्ट के फैसले को बरकरार रखा। ओर टावर को गिराए जाने के आदेश को जारी रखा।

Twin Tower Noida Demolition
Twin Tower Noida Demolition

इस प्रकार 28 अगस्त रविवार दोपहर 2:30 बजे नोएडा सेक्टर 93 ए में बने सुपरटेक के अवैध ट्विन टावर को गिरा दिया गया।

नोएडा ट्विन टावर कैसे गिराया गया ?

Noida Twin Towers kaise Giraya Gya : सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद नोएडा ट्विन टावर को गिराने के तारीख 28 अगस्त 2022 को तय की गई। इस गगन चुंबी टावर गिराने का काम भारत की एडिफाइस व साउथ अफ्रीका की कंपनी जेट डिमोलिशन को मिला था।

मीडिया रिपोर्ट्स अनुसार, पहला टावर 29 मंजिला व दूसरा टावर 32 मंजिला है। टावर को गिराने के लिए इम्प्लोजन तकनीक का इस्तेमाल किया गया – ऐसा विस्फोट जिसके बाद चीजें अंदर की ओर सिमट जाए। दोनों टावरों में 9800 छेद किए गए। व हर छेद में करीब 1400 ग्राम बारूद डाला गया। इस प्रकार कुल 3700 Kg बारूद का उपयोग किया गया।

Twin Tower Noida Demolition
Twin Tower Noida Demolition

ट्विन टावर को गिराने के लिए विस्फोट की जिस तकनीक को अपनाया जा रहा, उसकी खासियत यह है, कि इससे आसपास की किसी भी इमारत को नुकसान नहीं पहुंचा। घनी आबादी के बीच बने दोनों टावर अपनी जगह पर ढह गए व सिर्फ धूल का गुबारा ही नजदीकी इमारतों तक पहुंच पाया।

ट्विन टावर गिराने से पहले की कई तैयारियां

  • ट्विन टावर के पास सोसायटी में विस्फोट से पहले रसोई गैस व बिजली सप्लाई को बंद करवा दिया गया था।
  • 7000 लोगों को • Explosion Zone से हटाया गया
  • 6 AQI मशीनें लगाई पॉल्यूशन मापने के लिए
  • 15 स्मॉग गन लगाई गई धूल हटाने के लिए (एंटी स्मॉग गन पानी की फुहार और बौछारों से हवा में मौजूद डस्ट को कम करती है। इन्हें खासतौर से एयर पॉल्यूशन कम करने के लिए डिजाइन किया गया है।)
  • 10 जगह बेरिकेडिंग, लगभग 560 पुलिसवाले तैनात रहे इसके अलावा रिजर्व फोर्स के व एनडीआरएफ के जवान भी मौजूद रहे।
  • नोएडा पुलिस ने एहतियातन ग्रीन कॉरिडोर बनाए गए एम्बुलेंस भी मौके पर तैनात रही & 6 अस्पतालों को स्टैंड बाई पर रखा गया
  • दोपहर 2.15 बजे एक्स्प्रेस वे के अलावा 5 ओर रूट को बंद किए गया था। आसपास के रास्तों पर धूल हटने के बाद ही इन्हे प्रशासन की सलाह पर ही इसे खोला जायेगा।

FAQ : Twin Tower Noida Demolition

Q. नोएडा के ट्विन टावर को क्यों गिराया गया ?

नोएडा के सेक्टर 93 ए में बने सुपरटेक के Twin Tower को अवैध निर्माण के तहत गिराया गया है।

Q. नोएडा ट्विन टावर को गिराने में कितने रुपए खर्च किए गए ?

नोएडा ट्विन टावर को गिराने में लगभग 17.55 करोड़ रुपए खर्च किए गए।, बताया जा रहा की की यह खर्च अवैध निर्माण करने वाले सुपरटेक से ही लिया जायेगा।

Q. नोएडा ट्विन टावर को गिराने के लिए किस तकनीक का इस्तेमाल किया गया ?

इम्प्लोजन तकनीक का – ऐसा विस्फोट जिसके बाद चीजें अंदर की ओर सिमट जाए।

Q. नोएडा ट्विन टॉवर्स के क्या नाम थे ?

सियान ओर एपेक्स टॉवर

Q. नोएडा ट्विन टॉवर्स का मलबा कितने रुपए में बिकेगा ?

15 करोड़ रुपए में बिकेगा ट्विन टॉवर्स का मलबा

Q. नोएडा ट्विन टावर के मालिक कौन है ?

ट्विन टावर को बनाने वाली कंपनी का नाम सुपरटेक लिमिटेड है। यह गैर सरकारी कंपनी है। इसके फाउंडर RK अरोड़ा हैं।

Q. नोएडा ट्विन टावर की कीमत क्या थी ?

वर्तमान समय में ट्विन टावर की कीमत लगभग 800 करोड रुपए बताई जा रही है।

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