Dr. Vikas Divyakirti Biography in Hindi : डॉ. विकास दिव्यकीर्ति का जीवन परिचय

Dr. Vikas Divyakirti Biography in Hindi: नमस्कार दोस्तों, आज के लेख को तमाम उन युवाओं को पढ़ना चाहिए जो सीखना चाहते है, लड़ना चाहते है खुद को साबित करना चाहते है। इस लेख के माध्यम से हम आपको एक ऐसे आईएएस ऑफिसर के बारे में बताने का प्रयास करेंगे जिन्होंने आईएएस जैसी एक बड़े सम्मानजनक पद वाली नौकरी को छोड़कर एक शिक्षक बनना पसंद किया।

दोस्तों में बात कर रहा हूं आज के दौर में सर्वाधिक लोकप्रिय और विद्यार्थियों में सबसे सम्मानित शिक्षक डॉ. विकास दिव्यकीर्ति के बारे में। वह देश के सबसे लोकप्रिय शिक्षकों में से एक हैं उनकी लोकप्रियता के कारण आज उनके चाहने वाले उनके निजी जीवन, परिवार, शिक्षा, करियर, उनकी यूपीएससी रैंक व अटेम्पट्स और उनसे जुड़े हर एक सवाल के बारें में जानना चाहते है।

इस लेख में हमने विकास दिव्यकर्ती सर के जीवन से जुड़ी कुछ बेहतरीन जानकारियों को आपके सामने आसान शब्दों में प्रस्तुत करने का प्रयास किया है।

यदि आप भी विकास दिव्यकीर्ति सर के बारें में जानने के इच्छुक है तो आज का हमारा लेख शुरू से अंत तक जरूर पढ़ें – Dr. Vikas Divyakirti Biography in Hindi : डॉ. विकास दिव्यकीर्ति का जीवन परिचय हिंदी में

Dr. Vikas Divyakirti Biography in Hindi | विकास दिव्यकीर्ति जीवन परिचय

Vikas Divyakirti Biography In Hindi

डॉ. विकास दिव्यकीर्ति का जन्म 26 दिसंबर 1973 को दिल्ली में हुआ था। लेकिन उनका बचपन हरियाणा राज्य के भिवानी शहर में गुजरा था। उनका परिवार मूल रूप से पंजाब राज्य से था। शुरुआत दौर में उनका परिवार एक मध्यम वर्गीय परिवार था।

दिव्यकीर्ति ने अपनी शुरुआती पढ़ाई लिखाई अपने भाइयों के साथ हरियाणा के भिवानी शहर के एक स्कूल से की थी। इसी स्कूल में इनकी मां एक हिंदी की अध्यापिका के रूप में कार्यरत थी। वह अपनी 12th क्लास की पढ़ाई के बाद आगे की पढ़ाई के लिए दिल्ली आ गए।

Vikas Divyakirti Wikipedia in Hindi 
पूरा नामडॉ विकास दिव्यकीर्ति
जन्मदिनांक26 दिसंबर 1973
विकास दिव्यकीर्ति आयुकरीब 51 साल
जन्मस्थानदिल्ली, भारत
गृहनगरहरियाणा
स्कूल का नामSaraswati Shishu Mandir, भिवानी हरियाणा
कॉलेजदिल्ली विश्वविद्यालय
राशि – चक्र चिन्हमकर राशि
धर्महिंदू धर्म
राष्ट्रीयताभारतीय

Dr. Vikas Divyakirti Family (डॉ. विकास दिव्यकीर्ति परिवार)

डॉ. विकास दिव्यकीर्ति सर के परिवार के बारे इंटरनेट पर कुछ ज्यादा जानकारी उपलब्ध नहीं है। उनके इंटरव्यू के अनुसार उनके पिताजी हरियाणा राज्य के महर्षि दयानंद सरस्वती के एक कॉलेज में हिंदी पढ़ाते थे। वह बीजेपी आरएसएस व आर्य समाज को मानते थे।

Dr Vikas Divyakirti parents Photo
Dr. Vikas Divyakirti अपने माता पिता के साथ

वहीं उनकी मां हरियाणा के भिवानी शहर के एक स्कूल में हिंदी की अध्यापिका थी। जिनका निधन 12 नवंबर 2018 में हुआ। डॉ. विकास दिव्यकीर्ति 3 भाई हैं जिनमें सबसे छोटे विकास दिव्यकीर्ति है- आप नीचे Dr. Vikas Divyakirti Brother Name देख सकते है:-

  • विकास दिव्यकीर्ति के बड़े भाई वर्तमान में अमेरिका में है, वह एक सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग है।
  • डॉ. विकास दिव्यकीर्ति के दूसरे भाई CBI में है, वह डीआईजी रैंक पर है, वह भी एक Cvil Servant हैं।

आप नीचे एक तस्वीर में देख सकते हैं, जो की उन्होंने द लल्लनटॉप में दिए एक इंटरव्यू में साझा की थी इस तस्वीर में विकास दिव्यकीर्ति अपने भाइयों और पिताजी के साथ नजर आ रहे है…

Vikas divyakriti brothers photo
डॉ विकास दिव्यकीर्ति अपने भाइयों ओर पिताजी के साथ

विकास दिव्यकीर्ति अपने भाइयों के उसी स्कूल में पढ़ते थे, जिनमें उनकी मां पढ़ाया करती थी। इस प्रकार आप कह सकते है विकास  दिव्यकीर्ति के माता-पिता का दिल्ली यूनिवर्सिटी से कोई लेना-देना नहीं था।

विकास दिव्यकीर्ति का कहना है कि उनके पिताजी चाहते थे, कि वह एक अच्छे राजनेता बने। उनकी ये प्रबल इच्छा यहीं थी, कि उनके परिवार में से कोई एक राजनीति में अपना करियर बनाएं।

Dr. Vikas Divyakirti Wife (डॉ विकास दिव्यकीर्ति प्रेमिका- पत्नी)

डॉ विकास दिव्यकीर्ति और डॉ तरुना वर्मा 26 मई 1997 को शादी के बंधन में बंधे थे। साल 2022 में उनकी शादी को 25 साल पूरे हो गए है। और आज वह विकास सर के जीवन को सफल और अधिक सुगम बनाने में योगदान दे रही है। डॉ. तरुना वर्मा वर्तमान में दृष्टि कोचिंग संस्थान की ‘मैनेजिंग डायरेक्टर’ है।

Vikas Divyakirti family photo
विकास दिव्यकीर्ति अपने माता-पिता, पत्नी व बेटे के साथ

उनका एक बेटा है जिसका नाम सात्विक दिव्यकीर्ति (Vikas Divyakirti Son) उसकी उम्र करीब 17 साल है वर्तमान में वह दशवीं क्लास की पढ़ाई कर रहा है। वह भी शेर और शायरी में काफी रूचि रखता हैं। उनकी कोई बेटी (Dr. Vikas divyakirti daughter) नहीं है। उनके भाईसाहब की लड़की उनके पास शुरू से रहती है। जिन्हें वो अपनी बेटी मान चुके है उसकी उम्र करीब 17 साल है। इस प्रकार आप कह सकते है की डॉ विकास दिव्यकीर्ति की बायोलॉजिकली कोई बेटी नहीं है।

Vikas divyakirti family photo
डॉ तरुण वर्मा और सात्विक दिव्यकीर्ति

Dr.Vikas Divyakirti Education | डॉ विकास दिव्यकीर्ति शिक्षा

Dr. Vikas Divyakirti School Life: दिव्यकीर्ति का कहना है कि वह शुरुआती स्कूली पढ़ाई में वह एक औसत दर्जे के छात्र रहे है लेकिन उस समय उनकी राजनीति में अच्छी खासी रूचि थी। क्योंकि वह उनके स्कूल होने वाले राजनीतिक कार्यक्रम व डिबेट मैं वह बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते थे।

उनका कहना है की उनके स्कूली समय में उनके मैथ्स सब्जेक्ट में 100 में से नंबर 100 नंबर आते थे। लेकिन वह इंग्लिश में काफी कमजोर थे। लेकिन उन्होंने 10वीं कक्षा में इंग्लिश में सबसे ज्यादा अंक प्राप्त किए थे, उन्होंने इंग्लिश में 77 और हिंदी में 72 अंक अर्जित किए थे।

दसवीं के बाद उन्होंने 11 और 12 कक्षा इंग्लिश मीडियम से की थी, वही बारहवीं की पढ़ाई के बाद राजनेता बनने का सपना लेकर वह दिल्ली गए। उनके पिताजी की बड़ी इच्छा थी कि वह दिल्ली यूनिवर्सिटी में ABVP जुड़े और राजनीति में कुछ बड़ा करें।

विकास दिव्यकीर्ति करीब 16 से 17 साल की उम्र में दिल्ली आए, उन्होंने दिल्ली के जाकिर हुसैन कॉलेज में एडमिशन लिया इसका कारण वह बताते है कि उनका एक दोस्त इसी कॉलेज में पढ़ता था। जिनका परिवार उन्हीं के शहर हरियाणा के भिवानी में रहता था।

लेकिन इस कॉलेज में प्रवेश के बाद उनकी ABVP से राजनीति में आगे बढ़ने की संभावना ना के बराबर हो गई इसका कारण यह था कि उस समय उस कॉलेज में ABVP व NSUI जैसी कोई पार्टियां नहीं थी। यह बात 1990 की थी।

डॉ. विकास दिव्यकीर्ति जाकिर हुसैन कॉलेज, दिल्ली

डॉ. विकास दिव्यकीर्ति अपने कॉलेज की बातें बताते हैं, कि वह उस समय आरक्षण विरोधी आंदोलन में शामिल हुए, उन्हें उस समय एससी एसटी ओबीसी के बारे में कुछ ज्यादा नहीं पता था, उन्होंने देखा कि उनके ग्रुप के अधिकांशतः छात्र इस आंदोलन में शामिल हो रहे हैं तो वह भी इस आंदोलन के लिए सड़कों पर उतर गये।

आरक्षण विरोधी आंदोलन में धरना प्रदर्शन तोड़फोड़ आगजनी बड़ी मात्रा में हुई थी, उनका कहना है कि यह सब उन्होंने तो नहीं किया लेकिन वह इस आंदोलन में काफी सक्रिय रहे। उन्हें कॉलेज लाइफ में पुलिस की 2 से 3 बार मार भी झेलनी पड़ी थी। आरक्षण विरोधी आंदोलन में उनका एक नारा था जो की उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया – कि अंदर की यह बात है पुलिस हमारे साथ है।

Dr. Vikas Divyakirti Collage 1st Year : डॉक्टर विकास दिव्यकीर्ति ने बताया की फर्स्ट ईयर खत्म होते होते उनके परिवार पर ऐसा संकट आया की उनका समृद्ध परिवार भी सड़क पर आ गया। इस आफत के बारे में उन्होंने कुछ ज्यादा नही बताया लेकिन उनका कहना है कि ये ऐसे संकट थे की जिनमे उनके परिवार का जिंदा रहना पर भी सवाल थे।

विकास दिव्यकीर्ति ने अपनी कॉलेज 1st Year में 54.5% अंक प्राप्त किए थे।

उन्हें फर्स्ट ईयर खत्म होने के बाद नौकरी करनी पड़ी, उस समय उनकी उम्र 17 ½ साल थी, उन्होंने एक सेल्समैन की नौकरी की जिसमें वह केलकुलेटर बेचा करते थे। उनके साथ उनका बड़ा भाई भी था वहीं उनका बीच वाला भाई उस वक्त इंजीनियरिंग की पढ़ाई चंडीगढ़ से कर रहा था।

दिव्यकीर्ति का कहना है की उस समय वह डिबेट से भी अच्छे खासे पैसे कमा लेते थे उस दौरान दिल्ली यूनिवर्सिटी में 5 अच्छी डिबेट के लिए 1000 रुपए प्राइज के तौर पर मिलते थे। साल भर में करीब 40 से 50 डिबेट जीतकर वह लभगभ 20 से 25 हजार रुपए कमा लेते थे। और अपनी उधारी के पैसे अधिकांशत इन्ही डिबेट को जीत कर अदा करते थे।

जब वह डिबेट में सफल होने लगे तो उन्होंने सेल्समैन की नौकरी छोड़ दी, इसके बाद उन्होंने प्रिंटिंग का काम सीखा, और फिर एक प्रिंटिंग कंपनी में काम किया और फिर बाद में अपने बड़े भाई के साथ मिलकर एक छोटी सी प्रिंटिंग कंपनी शुरूआत की। जो की सफल भी रही थी। उन्होंने बताया कि ये सब उनके ग्रेजुएशन काल के दौरान चल रहा था।

डॉ विकास दिव्यकीर्ति : जाकिर हुसैन कॉलेज (1990-1993)

कॉलेज के 3rd ईयर तक उनके घर की स्थिति भी ठीक हो गई थी। मां को नौकरी मिल गई। ओर पिताजी की भी पुनः नौकरी लग गई थी और उन्होंने भी इस वक्त तक अपने कॉलेज में अच्छी खासी प्रसिद्धि पा ली थी, उस वक्त वह अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने की स्थिति में थे

उन्होंने अपनी पॉपुलरिटी का राज यह बताया कि वह अपनी कॉलेज क्लास रूम को छोड़कर बाकी सब जगह सक्रिय रहते थे। वे अपने कॉलेज मैं होने वाले वाद-विवाद कार्यक्रमों में हिस्सा लेते और मंचों का संचालन करते रहते थे।

उन्होंने यह भी बताया कि उस दौरान कॉलेज की राजनीति में हिंदू मुस्लिम का थोड़ा भाव रहता था लेकिन उनकी छवि ऐसी थी जैसे कि अटल बिहारी वाजपेई की उदारदक्षिण पंथी इसलिए उनके अच्छे खासे मुस्लिम दोस्त भी थे।

यह भी पढ़ें – Dhruv Rathee Biography in Hindi: यूट्यूबर ध्रुव राठी का जीवन परिचय हिंदी में?

लेकिन उस समय कुछ ऐसा हुआ कि उन्हें चुनाव नहीं लड़ने के निर्देश दिए गए। इसमें उनकी जीवन का खतरा बताया गया, तो उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा।

इलेक्शन बाद यह बात सच भी साबित हुई जो चुनाव लड़े उनपर चाकू से हमला हुआ लेकिन वह जिंदा बच गए। वह यह भी बताते कि उनके 3 से 4 दोस्त जिन्होंने चुनाव लड़े वह इलेक्शन जीते उनकी मृत्यु हो चुकी है ओर उनकी मौत कोई साधारण मृत्यु नहीं थी।

लेकिन यह सीधे कहना कि उनकी मृत्यु इलेक्शन की वजह से हुई है, यह कहना मुश्किल है क्योंकि वह इलेक्शन के काफी समय बाद मारे गए इनमे 2 दोस्तो की हत्या सरेआम हुई थी। एक को बस में चाकू मार कर फेंका गया, वह दूसरे को दिल्ली के भजनपुरा जगह पर गोली मारकर हत्या की गई।

विकास दिव्यकीर्ति ग्रेजुएशन के बाद

Dr. Vikas Divyakirti MA & J.R.F: ग्रेजुएशन के बाद विकास दिव्यकीर्ति अपने 4 दोस्तों के साथ दिल्ली के पांडव नगर में रहकर तैयारी करने लगे थे। उन्होंने History छोड़कर एम. ए हिंदी साहित्य से किया। वह उनका एम.ए फाइनल में JRF भी हो गया था। इससे उन्हें महीने के 2500 रुपए मिलने लगे।

इस तरह डॉ. विकास दिव्यकीर्ति ने 16½ साल की उम्र कॉलेज में एडमिशन लिए 19½ साल में ग्रुजुएशन पूरा किया ओर 21½ की उम्र में m.a/jrf किया !

डॉ. विकास दिव्यकीर्ति ने M.Phil और PhD की पढ़ाई की वह समाजशास्त्र व जन-संचार विषयों में M.A. किया तथा law की पढ़ाई करते हुए LLB किया। वे हिन्दी साहित्य से यू. जी. सी. नेट / जे.आर.एफ. तथा समाजशास्त्र से नेट की परीक्षा पास की थी।

अनुवाद कार्य में भी विकास दिव्यकीर्ति सर की काफी रुचि रही है उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय तथा भारतीय विद्या भवन दोनों संस्थाओं से अंग्रेज़ी-हिन्दी अनुवाद में P.G. डिप्लोमा किया- Philosophy, Psychology, Cinema Studies, Social Issues & Political Science (विशेषतः भारतीय संविधान) उनके पसंदीदा अन्य विषय रहे हैं।

Vikas Divyakirti Upsc Rank (डॉ. विकास दिव्यकीर्ति आईएएस रैंक)

Vikas Divyakirti Upsc Rank & Attemps : विकास दिव्यकीर्ति ने यूपीएससी का अपना पहला अटेंप्स 22 साल उम्र में दिया, उस वक्त वह एम.ए. कर रहे थे।

इन सब के बीच डॉ विकास दिव्यकीर्ति का डॉ तरुना वर्मा के साथ अफेयर शुरू हो चुका था, उन्होंने आईएएस प्रीलिम्स पास किया, मैंस पास किया फिर इंटरव्यू हुआ वह भी बहुत अच्छा गया और फिर IAS में उनका फाइनल सलेक्शन भी हो गया।

Vikas Divyakirti girlfriend photo
डॉ विकास दिव्यकीर्ति ओर डॉ. तरुना वर्मा की एक पुरानी तस्वीर

4 जून 1998 को जारी आईएएस परिणाम में डॉ विकास दिव्यकीर्ति ने 384वीं रैंक (Dr. Vikas Divyakirti Upsc Rank) प्राप्त कि थी। (रोल नंबर 97484 है) 1 जून 1999 को उनकी जोइनिंग आ चुकी थी लेकिन ज्वाइन नहीं किया। उन्होंने अपने घरवालों के आग्रह पर अगले दिन ज्वाइन किया था।

करीब 6 माह तक उन्होंने भारत सरकार के गृह मंत्रालय में काम किया। लेकिन उनका मन नहीं रमा इसके बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। और दिल्ली आएं और दिल्ली विश्वविद्यालय में शिक्षक की नौकरी के लिए साक्षात्कार दिया। लेकिन यहां नौकरी के लिए पिछली नौकरी का इस्तीफा जरूरी था। जबकि उनका कागजी काम अभी तक अधूरा था।

2nd Attemps – विकास दिव्यकीर्ति अपने यूपीएससी के दूसरे अटेंप्स में मेंस पास नहीं कर पाए। उन्होंने सोशलॉजी चुना, इसमें उन्हें कम अंक प्राप्त हुए।

• 3rd Attemps – विकास दिव्यकीर्ति ने अपने आईएएस के तीसरे अटेंप्स में Philosophy विषय चुना जिसमें वह मैंस में पास हुए लेकिन उनका फाइनल सलेक्शन नही हुआ।

• 4th Attemps – विकास सर ने अपना चौथा यूपीएससी अटेंप्स साल 2003 दिया था। उन्होंने ये प्रीलिम्स मुंबई से दिया ओर मैंस बैंगलोर में लिखा। लेकिन इस बार भी उनका फाइनल सलेक्शन नही हो पाया। उनको इस बार इंटरव्यू में 204 नंबर मिले।

दृष्टि आईएएस कोचिंग संस्थान

डॉ विकास दिव्यकीर्ति ने बताया कि उन्होंने अपने एक दोस्त के कहने पर पहली बार हिंदी साहित्य पढ़ाया था। उन्होंने 12 छात्रों को पढ़ाया उस दौरान उन्होंने प्रत्येक छात्र से 2000 रुपए फीस ली थी।

अपने नौकरी के इस्तीफे के बाद गृह मंत्रालय से उनका रिलीविंग लेटर’ आने में 18 से 20 महीने का समय लगा और इसी खाली समय की उपज थी दृष्टि कोचिंग संस्थान (नवंबर 1999) जो आज देश के सबसे लोकप्रिय सिविल सेवाएं संस्थानों में से एक है।

ये डॉ विकास दिव्यकीर्ति की मेहनत और लगन का नतीजा ही है की आज Drishti Ias Delhi Coaching संस्थान देश के कोने कोने में लोकप्रिय और एक विश्वशनीय आईएएस कोचिंग संस्थान है।

दृष्टि द विजन – Dr. Vikas Divyakirti

वर्तमान में Drishti कई उद्यमों का समूह है जिसका संबंध शिक्षा के क्षेत्र से है इसका सबसे प्रसिद्ध उद्यम ‘Drishti The Vision’ नामक संस्थान है जो की Civil Services Exam की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों को मार्गदर्शन उपलब्ध कराता है।

‘Drishti Publications’ इसका दूसरा प्रमुख उद्यम है जिसके द्वारा हिंदी व अंग्रेज़ी में ‘Drishti Current Affairs Today’ नाम की मासिक पत्रिका व Civil Services Exam में उपयोगी पुस्तकों का प्रकाशन किया जाता है।

‘Drishti Media’ यह दृष्टि कोचिंग संस्थान का एक उभरता हुआ Platform है, जिसके माध्यम से Civil Services Exam की तैयारी के लिये Audio Visual format में नये – नये शैक्षणिक प्रयोग किये जा रहे हैं।

Vikas Divyakirti Social Media Accounts

Youtube Channel NameDrishti IAS : Hindi

Drishti IAS : English

Twitterक्लिक करें
InstagramHindi : क्लिक करें

English : क्लिक करें

Facebookक्लिक करें
Official WebsiteEnglish : क्लिक करें

Hindi : क्लिक करें

डॉ विकास दिव्यकीर्ति के बारे में कुछ महत्वपूर्ण सवाल जवाब

सवाल : डॉ. विकास दिव्यकीर्ति कौन है ?

जवाब : डॉ विकास दिव्यकीर्ति दृष्टि कोचिंग संस्थान के संस्थापक , IAS अध्यापक एक लेखक है।

सवाल : डॉ. विकास दिव्यकीर्ति की उम्र क्या है ?

जवाब : विकास दिव्यकीर्ति की जन्म तारीख 26 दिसंबर 1973 है, उनकी वर्तमान उम्र 49 साल है।

सवाल : डॉ विकास दिव्यकीर्ति की पत्नी का क्या नाम है ?

जवाब : डॉ. विकास दिव्यकीर्ति की पत्नी का नाम डॉ तरुण वर्मा है, उनकी शादी 26 मई 1997 को हुई थी।

सवाल : डॉ. विकास दिव्यकीर्ति आईएएस रैंक क्या है व उन्होंने कितने यूपीएससी के कितने अटेंप्स दिए थे ?

जवाब : डॉ. विकास दिव्यकीर्ति ने अपने यूपीएससी के पहले प्रयास में सफलता प्राप्त की, 4 जून 1998 को यूपीएससी के परिणाम में उन्होंने 384 वीं रैंक प्राप्त हुई थी।

उन्होंने यूपीएससी के कुल 4 अटेंप्स दिए, लेकिन रोचक बात ये रही कि उनका बाकी 3 यूपीएससी अटैंप्स में फाइनल सलेक्शन नही हो पाया।

सवाल : डॉ. विकास दिव्यकीर्ति ने दृष्टि कोचिंग संस्थान की स्थापना कब की ?

जवाब : विकास दिव्यकीर्ति ने नवंबर 1999 में दृष्टि कोचिंग संस्थान स्थपाना की थी।

सवाल : डॉ. विकास दिव्यकीर्ति की पसंदीदा चीजें क्या हैं ?

जवाब : डॉ. विकास दिव्यकीर्ति को ड्राइव करना, यात्रा करना और किताबें पढ़ना पसंद है उन्हें Sky Diving भी काफी पसंद है।

सवाल : डॉ. विकास दिव्यकीर्ति कि पसंदीदा फिल्में कौन-कौन सी है ?

जवाब : डॉ. विकास दिव्यकीर्ति की पसंदीदा फिल्में लंच बॉक्स | एकलव्य | गुलाल | मशान जैसी फिल्में रही हैं।

उनका एक सपना फिल्म बनाने का भी रहा है वे कहते है कि यदि उन्हें कभी मौका मिला तो वह थ्री इडियट या पंचायत जैसे फिल्म जरूर बनयाएंगे।

सवाल : डॉ. विकास दिव्यकीर्ति ने आरक्षण के बारे में क्या है?

जवाब : डॉ. विकास दिव्यकीर्ति आरक्षण के समर्थन में हैं वह जेंडर बेस व 3rd जेंडर आरक्षण का भी समर्थन करते है व इसमें कुछ बदलाव की भी मांग करते है।

डॉ. विकास दिव्यकीर्ति ने आरक्षण पर यूट्यूब पर 2 घंटे 27 मिनट का एक वीडियो अपलोड किया है। जिन्होंने आरक्षण के बारे में विस्तार से समझाया है ओर वह आरक्षण पर अपना दूसरा वीडियो बहुत जल्द अपलोड करने वाले है।

आरक्षण पर डॉ विकास दिव्यकीर्ति का वीडियो देखने के लिए आगे दिए गए लिंक पर क्लिक करें – क्लिक करें

सवाल: डॉ विकास दिव्यकीर्ति का धर्म को लेकर क्या विचार है?

जवाब : डॉ. विकास दिव्यकीर्ति का कहना है की उनके पिताजी आर्य समाज को मानते है और उनकी पत्नी सनातन धर्म को बहुत मानती है। लेकिन उनकी धर्म में आस्था शुरुआत से ही कम रही है। लेकिन वह किसी धर्म का अनादर कभी नही करते है।

विकास सर का मानना है की अभी धर्म समाज के लिए बहुत जरूरी है ईश्वर है या नहीं यह कोई नहीं जानता मैं भी नहीं जानता और उनके नहीं जानने से यह कतई तय नहीं होता कि ईश्वर नही है इससे नास्तिकता उतनी ही बड़ी मूर्खता है जितना कि यह दावा कि मैं ईश्वर जनता हूं।

सवाल : डॉ. विकास दिव्यकीर्ति राष्ट्रवादी के बारें में क्या विचार रखते हैं ?

जवाब : विकास दिव्यकीर्ति कहते है की वह राष्ट्रवादी व्यक्ति है लेकिन अंतरराष्ट्रवाद के विरोध में नहीं हैं वह कहते हैं कि वह कभी नही चाहते की पाकिस्तान बर्बाद हो जाये। वो चाहते है की भारत आबाद रहे, पाकिस्तान भी आबाद रहे और चीन भी आबाद रहे।

उनका मानना हैं कि सिर्फ इस संयोग से की कोई व्यक्ति वहां पैदा हुआ इसलिए उसे मर जाना चाहिए ऐसा राष्ट्रवाद उनका नहीं है। राष्ट्र के संबंध सबसे अच्छे होने चाहिए क्यों हम किसी के लिए खराब कामना करें।

अगर किसी देश कि सेना गड़बड़ करे तों हमारी सेना उनसे लड़ेगी हम अपनी सेना के साथ हैं लेकिन हम ऐसे कामनाएं क्यों करें की सारे पाकिस्तानी मर जाएं।

सवाल : डॉ. विकास दिव्यकीर्ति का यूपीएससी में असफल होने वाले छात्रों के बारे में क्या कहना है?

जवाब: इस बात पर डॉ. विकास दिव्यकीर्ति कहना है की हमारे देश में अवसर बहुत कम ओर आवेदक बहुत ज्यादा यह बात हर एक क्षेत्र में है चाहे राजनीति, फिल्म उद्योग, क्रिकेट या फिर यूपीएससी हो जैसे की क्रिकेट का सपना तो लाखों लोग देखते हैं, लेकिन भारतीय टीम में या आईपीएल में बहुत कम लोग पहुंच पाते हैं।

इसलिए आप तैयारी क्रिकेट की करें या यूपीएससी की करें। तैयारी से पहले आपको यह तय जरूर कर लेना चाहिए की अगर सफल ना हो तो क्या होगा।

इसलिए वह अपनी क्लास में एक बात जरूर बताते है की सक्सेस की कोई गारंटी नहीं हैं इतनी गारंटी है कि एक बेहतर इंसान बन जाओगे ओर जिंदगी में कुछ अच्छा कर लोगे अगर मेहनत की तो।

वह ये कभी नहीं चाहते है की कोई यूपीएससी की तैयारी इस भाव से करें की अगर नही हो तो मर जाऊ इससे अच्छा है कि वह तैयारी ही ना करें ।

इस बात पर वह एक शेर भी सुनाते है : क्यों डरें जिंदगी से क्या होगा, कुछ नही तो तुजर्बा होगा।

निष्कर्ष

आज इस लेख के माध्यम से हमने Dr Vikas Divyakirti Biography in Hindi : डॉक्टर विकास दिव्यकीर्ति का जीवन परिचय और उनसे जुड़े कुछ आवश्यक सवालों का का जवाब आसान भाषा में देने का प्रयास किया है।

अगर आपको लेख पसंद आया तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर साझा करें। आप विकास दिव्यकीर्ति सर क्या राय रखते है अपने विचार नीचे कमेंट करके जरूर बताएं।

2 thoughts on “Dr. Vikas Divyakirti Biography in Hindi : डॉ. विकास दिव्यकीर्ति का जीवन परिचय”

Leave a Comment

You cannot copy content of this page