15 August Short Speech in Hindi : 15 अगस्त कम शब्दों का शानदार छोटा भाषण

Independence Day 2023 | 15 August Short Speech in Hindi: 15 अगस्त यानी की स्वतंत्रता दिवस हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी पूरे भारत में बड़े हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जायेगा। प्रधानमंत्री दिल्ली के लाल किले पर झंडा फहराएंगे और राष्ट्र को संबोधित कर देशवासियों को शुभकामनाएं देंगे। देश के सभी स्कूल और कॉलेजों में भी ये दिन बड़े ही रंगा रंग कार्यक्रमों के साथ मनाया जायेगा।

जहां छात्र छात्राएं कई सांस्कृतिक और देशभक्ति कार्यक्रमों में हिस्सा लेगी जहां स्पीच यानी की भाषण स्कूलों और कॉलेजों में सबसे लोकप्रिय गतिविधियों में से एक माना जाता है इस दिन दिया गया भाषण हमारे देश की आजादी के संघर्ष, हमारे देश की उपलब्धियों, स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष आदि पर केंद्रित होता है।

15 August Short Speech in Hindi

अगर आप भी इस साल 15 अगस्त 2023 को भाषण प्रतियोगिता में भाग ले रहे है तो ये लेख आपके लिए खास होने वाला है यहां हम जानने का प्रयास करेंगें कि आपको 15 August Bhashan देते समय किन किन बातों पर सावधानी बरतनी जरूरी है ताकि आपके भाषण में कोई त्रुटि नही निकाल पाएं और आपका भाषण सभी को आकृषित कर पाएं…

आगे कुछ सुझाव बताएं गए हैं, जिन्हे पढ़कर आपको अपना भाषण तैयार करने का एक अच्छा खासा अंदाजा हो जायेगा कि वहीं आगे 15 August Short Speech in Hindi पर भाषण भी लिखा गया है।

भाषण में इन बातों का जरूर ख्याल रखें

15 अगस्त | स्वतंत्रता दिवस पर अपना भाषण शुरू करने से पहले आपको वहां मौजूद सभी लोगों का अभिवादन करते हुए सभी को स्वतंत्रता दिवस की बधाईयां शुभकामनाएं देनी चाहिए। उसके बाद आप अपनी स्पीच पढ़ना शुरू करें।

जैसे – आदरणीय प्रिंसिपल, प्रिय शिक्षकों और यहां पर उपस्थित मेरे प्यारे भाइयों और बहनों मैं अपने भाषण की शुरुआत आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देकर करना चाहूंगा… आज हम उस दिन का जश्न मनने यहां एकत्रित हुएं हैं जब हमारे देश को ब्रिटिश राज से आजादी मिली…

इसी तरह आप अपना भाषण की शुरुआत कर सकते हैं। इसके अलावा आपको भाषण देने से पहले या देते समय कुछ बातों का जरूर ख्याल रखना चाहिए जैसे:-

• अपना भाषण श्रोताओं की रुचि अनुसार तैयार करें और उनके अनुसार अपने भाषण में शब्दों का चयन करते हुए भाषण तैयार करें।

• भाषण देने से पहले अपने भाषण की कई बार अकेले में बोल कर अभ्यास करें, जिससे कि आप जब मंच पर जाएं तो आपमें पूरा आत्मविश्वास रहें।

• अपने भाषण को शिक्षाप्रद बनाने का प्रयास करें और तथ्यों पर बात करें।

• अपने भाषण को लंबा करने से बचें क्योंकि इससे सुनने वाले ऊबा हुआ महसूस कर सकते हैं और अंत में सभी को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए अपने भाषण का समापन करें।

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15 August Short Speech in Hindi | 15 अगस्त छोटा भाषण

आदरणीय प्रिंसिपल, प्रिय शिक्षकों और यहां पर उपस्थित मेरे प्यारे भाइयों और बहनों मैं अपने भाषण की शुरुआत आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देकर करना चाहूंगा…

आज हमारी आजादी का जश्न है, 76 वर्षों की शानदार यात्रा के बाद आज हम यहां आ पहुंचे है जहां से भविष्य बड़ा उज्जवल दिखता है। आज हम अपना 77वां स्वतंत्रता दिवस मना रहे है सन् 1947 में पहली बार लाल किले की प्राचीर पर तिरंगा लहराया था। तब से हर साल ये त्योहार बड़े ही हर्ष उल्लास के साथ मनाया जा रहा है, आज वहीं मौका है वहीं शुभ अवसर है।

आज अवसर है उन देशभक्तों का याद करने का जिनके संघर्षों त्याग और बलिदान के बदौलत हम आजाद हो सके। स्वतंत्रा संघर्ष के दौरान जो अत्याचार जो जुल्म स्वतंत्रा सेनानियों पर ढाएं गए। वो किसी भी व्यक्ति के मनोबल को डिगा सकते थे। लेकिन इन देश भक्तों ने भारत को आजाद करने का सपना देखा था उसके लिए हर कीमत चुकाने को वो तैयार थे। वो हंसते हंसते फांसी पर भी चढ़ गए।

उनके मन में हमेशा यहीं विचार था कि आज नही तो कल उनका बलिदान रंग लायेगा। गुलामी की जंजीरें टूटेगी। देश आजाद होगा।

15 अगस्त 1947 को ये सपना साकार हुआ भारत अब दुनिया का एक आजाद देश है। भारत की अहमियत और हैसियत हर दिन बढ़ रही है…

आज हम सभी को एक भारतीय होने पर गर्व महसूस करना चाहिए और अपने भाग्य की प्रशंसा करनी चाहिए कि हमने एक स्वतंत्र भारत की भूमि पर जन्म लिया। गुलाम भारत का इतिहास सब कुछ बया करता है कि कैसे हमारे पूर्वजों कितनी मुश्किलों सहीं और ब्रिटिशों के अत्याचारी कानूनों का सामना किया था।

आज हम यहां बैठकर कल्पना नहीं कर सकते हैं कि अंग्रेजी शासन से भारत के लिए स्वतंत्रता की राह कितनी कठिन थी। इस आजादी की लड़ाई में हमारें कई स्वतंत्रता सेनानियों के जीवन और कई दशकों के संघर्ष का बलिदान शामिल है।

भारत के स्वतंत्रता सेनानियों ने एक स्वतंत्र भारत का सपना देखा जो की साकार हुआ….

नेताजी सुभाष चंद्र बोस, महात्मा गांधी जी, नेहरू जी, बाल गंगा धर तिलक, लाला लाज पत राय, भगत सिंह, खुदी राम बोस, चंद्रशेखर आज़ाद और ना जानें कितने असंख्य स्वतंत्र सेनानियों ने अपने जीवन के अंत समय तक भारत की आजादी के लिए कड़ा संघर्ष कर अपने प्राणों की आहुति दी। इन्ही के संघर्ष से आज हमारा देश पूरी दुनिया में एक सुव्यवस्थित तरीके से स्थापित एक लोकतांत्रिक देशों में गिना जाता है।

गांधीजी ने हमें अहिंसा शांति और सत्यगृह विधियों की स्वतंत्रता के प्रभावी तरीके के बारे में सिखाया था…

आज का दिन याद दिलाता है कि हमारे पूर्वजों ने कितनी मुश्किलों का सामना करके देश को आजादी दिलाई थी। हमें इस आजादी की कीमत को समझना है और राष्ट्र रक्षा करने का संकल्प लेना है।

हम देश के एक जिम्मेदार और एक शिक्षित नागरिक है हमें अपने कर्तव्यों का पालन करके देश के विकास में योगदान देना है। हमें सभी पूरी ईमानदारी से अपना कर्तव्य निभाएं और एक सफल राष्ट्र के नेतृत्व में अपना सहयोग करें।

आज हम सभी को देश के प्रति अपनी समर्पण भावना को मजबूत करने का संकल्प लेना है। हमें एकजुट होकर देश की तरक्की और सामाजिक सुधार के प्रति समर्पित रहना है।

आओ, हम सभी मिलकर स्वतंत्रता के महान आदर्शों का पालन करते हुए, देश की उन्नति और प्रगति में योगदान दें और भारत को एक मजबूत राष्ट्र बनाएं।

जय हिंद…. भारत माता की जय

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