Netaji Subhas Chandra Bose Jayanti- “तुम मुझे खून दो, ओर मैं तुम्हें आजादी दूंगा” – नेताजी के इस एक उद्धरण ने लाखों भारतीय युवाओं को ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन से आजादी के संघर्ष में शामिल होने के लिए प्रेरित किया था। अब तक के सबसे महान नेताओं में से एक नेताजी सुभाष चंद्र बोस को स्वतंत्रता के लिए भारत के संघर्ष में उनके योगदान को याद करने के लिए हर वर्ष 23 जनवरी को उनके जन्म दिवस को देश भर में “Parakram Diwas” के रूप में मनाया जाता है। इस साल 2024 में उनकी जयंती मंगलवार, 23 जनवरी को है। उनकी 127वीं जयंती मनाई जा रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जयंती पर ट्वीट कर श्रद्धांजलि अर्पित की – “पराक्रम दिवस पर भारत के लोगों को शुभकामनाएं। आज उनकी जयंती पर हम नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जीवन और साहस का सम्मान करते हैं। हमारे देश की आजादी के प्रति उनका अटूट समर्पण प्रेरणा देता रहता है।
Netaji Subhas Chandra Bose Jayanti 2024
नेताजी सुभाषचंद्र बोस को भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के सबसे प्रमुख नेताओं में से एक रहे है। वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में एक प्रमुख व्यक्ति भी थे और स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए गांधी के अहिंसक दृष्टिकोण के मुखर आलोचक भी रहे थे।
उन्होंने कांग्रेस के भीतर एक राजनीतिक समूह “फॉरवर्ड ब्लॉक” का गठन किया और बाद में अंग्रेजों के खिलाफ लड़ने के लिए इंडियन नेशनल आर्मी का भी गठन किया था। नेताजी को उनके भाषणों के लिए याद किया जाता है, जो देशभक्ति के जोश से भरे हुए थे।
उनका नारा था “तुम मुझे खून दो, और मैं तुम्हें आजादी दूंगा।” नेताजी की मृत्यु एक रहस्य बनी हुई है और इस पर अभी भी बहस की जाती है। नेताजी सुभाषचंद्र बोस के जन्म दिवस को भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में उनके योगदान के लिए सम्मान ओर श्रद्धांजलि के रूप में भारत में राष्ट्रीय अवकाश के रूप में मनाया जाता है।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस के बारे में
नेताजी सुभाष चंद्र बोस एक भारतीय राष्ट्रवादी नेता थे, जो ब्रिटिश शासन के खिलाफ भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में एक प्रमुख व्यक्ति थे। वह फॉरवर्ड ब्लॉक और बाद में भारतीय राष्ट्रीय सेना के संस्थापक भी थे, जिन्होंने दूसरे विश्व युद्ध के दौरान अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी।
भारतीय स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए नेताजी के विचारों व रणनीतियों पर अभी भी व्यापक रूप से बहस और अध्ययन किया जाता है। साल 1945 में नेताजी रहस्यमय परिस्थितियों में गायब हो गए ओर उनकी मृत्यु आज भी विवाद और अटकलों का विषय बनी हुई है।
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सुभाष चंद्र बोस का जन्म 23 जनवरी, 1897 को भारत के उड़ीसा के कटक में हुआ था। उनकी माता का नाम प्रभावती दत्त बोस और पिता का नाम जानकीनाथ बोस था। शुरुआत से ही वह एक मेधावी छात्र रहे थे, उन्होंने वर्ष 1919 में भारतीय सिविल सेवा (ICS) परीक्षा पास की, हालाँकि कुछ समय बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
वर्ष 1930 के नमक सत्याग्रह में सक्रिय रूप से भाग लिया और वर्ष 1931 में सविनय अवज्ञा आंदोलन के निलंबन तथा गांधी – इरविन समझौते पर हस्ताक्षर करने का विरोध किया। इसके बाद सुभाष चंद्र बोस वर्ष 1938 में हरिपुरा एवं 1939 में त्रिपुरी में कॉन्ग्रेस के अध्यक्ष पद का चुनाव जीता।
साल 1940 में, नेताजी ने “फॉरवर्ड ब्लॉक” का गठन किया, जिस का उद्देश्य विभिन्न भारतीय राष्ट्रवादी समूहों को एकजुट करना था। उन्होंने साल 1942 में “भारतीय राष्ट्रीय सेना” का भी गठन कियाथा, जो की भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्रों में अंग्रेजों के खिलाफ जापानियों के साथ लड़ी।
सुभाषचंद्र बोस की सैन्य रणनीति और नेतृत्व को अपरंपरागत माना जाता था, लेकिन वह अंग्रेजों से रक्षा करने व भारतीय सैनिकों का मनोबल बढ़ाने में प्रभावी थे।
बोस की मौत एक रहस्य बनी हुई है। साल 1945 में एक विमान दुर्घटना में उनकी मृत्यु की सूचना मिली थी, लेकिन साजिश के सिद्धांतों से पता चलता है कि वह बच गए और छिप गए। उनकी मृत्यु व उसके आस-पास की परिस्थितियाँ आज भी विवाद और अटकलों का विषय हैं।
भारत में, नेताजी सुभाषचंद्र बोस को नायक माना जाता है और भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में उनके योगदान के लिए याद किया जाता है। उन्हें “नेताजी” के रूप में भी जाना जाता है जिसका हिंदी में अर्थ “सम्मानित नेता” होता है।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
सवाल : नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती 2024 को किस नाम से जाना जाता है?
जवाब – पराक्रम दिवस 2024, नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती 2024 का दूसरा नाम है।
सवाल : नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती 2024 कब मनाई जाती है?
जवाब – नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती मंगलवार, 23 जनवरी 2024 को मनाई जाएगी।
सवाल : नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती सबसे पहले किसके द्वारा मनाई गई थी?
जवाब – नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती पहली बार 23 जनवरी को संस्कृति मंत्रालय द्वारा मनाई गई थी।
सवाल : नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जन्म कब हुआ था?
जवाब – नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जन्म 23 जनवरी 1897 को उड़ीसा के कटक में हुआ था।
सवाल : सुभाष चंद्र बोस जयंती कैसे मनाई जाती है?
जवाब – सुभाष चंद्र बोस जयंती देश भर में राष्ट्रीय नेता की जयंती के रूप में मनाई जाती है, जिन्होंने ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ लड़ाई लड़ी और आईएनए के गठन का नेतृत्व किया। यह दिन हर साल भारतीय राष्ट्रीय ध्वज फहराकर, उनकी प्रतिमा पर माला चढ़ाकर और स्कूलों और कॉलेजों में देशभक्ति और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करके मनाया जाता है।
सवाल : यह कब घोषित किया गया कि सुभाष चंद्र बोस जयंती को “पराक्रम दिवस” के रूप में मनाया जायेगा?
जवाब : साल 2021 में यह घोषणा की गई कि सुभाष चंद्र बोस जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जाएगा।
सवाल : नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जीवन का अंत कैसे हुआ?
जवाब : 18 अगस्त 1945 को ताइवान में एक रहस्यमय विमान दुर्घटना में सुभाष चंद्र बोस का जीवन समाप्त हुआ था।